best flour for winter। सर्दियों में कौन सा आटा खाना फायदेमंद
Best Flour For Winter: सर्दियों का मौसम शुरू होते ही हमारे खाने का तरीका खुद-ब-खुद बदलने लगता है. जैसे-जैसे तापमान नीचे जाता है, शरीर को सिर्फ खाने की नहीं, बल्कि ऐसी चीजों की जरूरत होती है जो अंदर से गर्मी दें, थकान दूर रखें और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराएं. भारतीय खाने में रोटी की जगह सबसे खास होती है, इसलिए ठंड के मौसम में किस आटे की रोटी खानी चाहिए, यह सवाल हर घर में उठता है. जहां गर्मियों में गेहूं हल्का माना जाता है, वहीं सर्दियों में कुछ अनाज ऐसे हैं जो शरीर को ज्यादा ऊर्जा देते हैं, मेटाबॉलिज्म को धीमा होने से बचाते हैं और ठंड में होने वाली कमजोरी पर रोक लगाते हैं. हमारे पुराने खान-पान में बाजरा, मक्का, ज्वार और रागी जैसे आटे सिर्फ परंपरा नहीं थे, बल्कि इनके पीछे मजबूत वजहें थीं. आज भी डॉक्टर और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट मानते हैं कि ठंड में सिर्फ पेट भरने से काम नहीं चलता, बल्कि सही आटा चुनना बेहद जरूरी है, अगर आप सोच रहे हैं कि सर्दियों में कौन सा आटा सबसे अच्छा है, क्या सिर्फ एक ही आटा खाया जाए या मिलाकर रोटी बनाई जाए और कौन-सा आटा किसके लिए सही है-तो यह आर्टिकल आपके सभी सवालों का जवाब देगा. चलिए एक-एक कर इन आटों के फायदे, इस्तेमाल और सही तरीके से सेवन को समझते हैं.
1. बाजरे का आटा -सर्दियों का असली सुपरफूड
बाजरे का नाम सर्दियों में सबसे पहले लिया जाता है, क्योंकि यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है और ऊर्जा धीरे-धीरे देता है.
फायदे
-फाइबर ज्यादा होने से पाचन ठीक रहता है
-आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर
-वजन कंट्रोल रखने में मददगार
-डायबिटीज और थायराइड वाले लोग मात्रा देखकर ले सकते हैं
देसी घी के साथ बाजरे की रोटी ठंड के दिनों में कमाल का असर करती है. यह जल्दी भूख नहीं लगने देती और कमजोरी नहीं आने देती.
2. मक्के का आटा -स्वाद और गर्माहट दोनों
उत्तर भारत और खासकर पंजाब में मक्के की रोटी सर्दियों की पहचान है.
फायदे
-शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है
-फाइबर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर
-ठंड लगने वाले लोगों के लिए बेहद उपयोगी
-सरसों के साग के साथ इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है
अगर आपको कमजोरी जल्दी महसूस होती है, तो मक्के का आटा आहार में शामिल करना फायदेमंद रहेगा.
3. ज्वार का आटा -हल्का लेकिन फायदेमंद
ज्वार ऐसे लोगों के लिए बढ़िया विकल्प है जिन्हें भारीपन पसंद नहीं लेकिन गर्मी चाहिए.
फायदे
-ग्लूटेन-फ्री
-वजन कम करने वालों के लिए अच्छा
-कब्ज से राहत
-ऊर्जा देता है लेकिन भारी नहीं लगता
आप इसे मिलाजुला आटा बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि रोटी नरम बने.
4. रागी (मड़ुआ) का आटा -हड्डियों का साथी
रागी को सुपरफूड बोलना गलत नहीं होगा, खासकर सर्दियों में यह बेहद लाभकारी है.
फायदे
-कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत
-डायबिटीज मरीजों के लिए हेल्दी
-बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए अच्छा
-शरीर में गर्मी बनाए रखता है
रागी रोटी, दलिया या चीला बनाकर आसानी से डाइट में जोड़ा जा सकता है.
5. मल्टीग्रेन आटा -सबसे संतुलित विकल्प
आजकल कई लोग 3-4 अनाज मिलाकर आटा बनाते हैं, जो सर्दियों में और भी असरदार होता है.
आमतौर पर इसमें मिलते हैं:
बाजरा, ज्वार, मक्का, चना, रागी, सोया, अलसी
फायदे
-पाचन मजबूत करता है
-ऊर्जा लंबे समय तक बनाए रखता है
-विटामिन और मिनरल्स ज्यादा मिलते हैं
-डायबिटीज वाले भी मात्रा देखकर ले सकते हैं
यह उन लोगों के लिए सही है जो पूरे मौसम एक संतुलित विकल्प चाहते हैं.
6. चना और सत्तू का आटा -प्रोटीन से भरपूर
सत्तू भले गर्मियों से जोड़ा जाता है, लेकिन चने के आटे की रोटी सर्दियों में बेहद फायदेमंद है.
फायदे
-प्रोटीन का अच्छा स्रोत
-पाचन सुधारता है
-शरीर को मजबूत बनाता है
-ठंड में ऊर्जा देता है
इसे गेहूं या बाजरे के आटे में मिलाकर खाया जाए तो और बेहतर असर मिलता है.
7. कुट्टू और सिंघाड़े का आटा -व्रत ही नहीं, सर्दी में भी उपयोगी
ये दोनों आटे शरीर को गर्म रखते हैं और पेट पर भारी नहीं पड़ते.
फायदे
-ग्लूटेन-फ्री
-पाचन हल्का रखता है
-सर्दियों में कमजोरी नहीं आने देता
व्रत के अलावा सामान्य दिनों में भी इसे लिया जा सकता है.
सर्दियों में सबसे बेहतर आटा कौन-सा?
अगर आप एक ही मिश्रण पूरे मौसम लेना चाहते हैं, तो यह कॉम्बिनेशन बेहतरीन माना जाता है:
बाजरा और ज्वार और चना और गेहूं
यह शरीर को गर्म रखता है, पाचन सुधारता है, ऊर्जा बढ़ाता है और रोटी भी नरम बनती है.
आटा कैसे और कब खाएं?
-रोटी पर थोड़ा देसी घी लगाएं
-आटे में मेथी, अजवाइन या हरी सब्जियां मिला सकते हैं
-दोपहर में भारी आटा (बाजरा/मक्का)
-रात में हल्का आटा (ज्वार/गेहूं)
-हर 3-4 दिन में आटा बदलें ताकि सभी पोषक तत्व मिलते रहें
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)