December 15, 2025

यूक्रेन पर ड्रोन व क्रूज़ मिसाइलों से भीषण हमले में, जान-माल की हानि पर क्षोभ

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इस हमले में एक किशोर लड़की समेत कम से कम चार लोगों के मारे जाने की ख़बर है.

मानवीय सहायता मामलों में समन्वय के लिए यूएन कार्यालय के अनुसार, राजधानी कीव और ज़ैपोरिझझिया में घनी आबादी वाले इलाक़े इस हमले का निशाना थे, जहाँ घरों और अन्य सार्वजनिक सेवाओं को नुक़सान हुआ है.

यूएन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि कीव में हृदय रोग उपचार केन्द्र भी इन हमलों की चपेट में आया, जिससे दो लोग मारे गए.

सर्दी के मौसम की चिन्ता

यूक्रेन में कठोर सर्दी के मौसम से पहले, रूसी हमलों में देश के ऊर्जा प्रतिष्ठानों को नुक़सान पहुँच रहा है, जिससे हज़ारों लोगों के घरों की बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है.

इस वर्ष के पहले छह महीनों में, यूएन और साझेदार संगटनों ने देश भर में 24 लाख लोगों को किसी न किसी प्रकार से सहायता पहुँचाई है, जिसमें अग्रिम मोर्चे पर तैनात समुदायों को मदद देने पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित किया गया है.

ज़रूरतमन्दों की वास्तविक संख्या इससे दोगुनी होने की सम्भावना है.

वहीं, रूसी नियंत्रण वाले इलाक़ों में मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए रास्ता मुहैया हो पाना एक बड़ी चुनौती है. पिछले कुछ महीनों में हमलों में तेज़ी आने से लोग नए सिरे से विस्थापित हुए हैं और आवश्यकताओं का स्तर बढ़ा है.

2025-2026 के दौरान सर्दी के मौसम में मानवीय सहायता प्रयासों के लिए जुलाई महीने में 28 करोड़ डॉलर की अपील जारी की गई थी, जिसके तहत केवल 40 प्रतिशत रक़म जुटाने में ही मदद मिल पाई है.

मानवतावादी कार्यों के लिए हुई वैश्विक धन कटौती से, सहायताकर्मियों ने अपनी प्राथमिकताएँ फिर से तय की हैं और मुख्यत: चार क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया है.

अग्रिम मोर्चे पर कठिन परिस्थितियों में रह रहे निवासियों के लिए सहायता; लोगों को हिंसा प्रभावित इलाक़ों से सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयासों को समर्थन; हमले के बाद आपात स्थिति में ज़रूरी राहत; देश की सीमाओं के भीतर विस्थापित हुए लोगों की सहायता.

यूएन एजेंसी ने ज़ोर देकर कहा है कि इन प्राथमिकताओं वाले इलाक़ों से इतर, पश्चिमी व मध्य यूक्रेन में भी ज़रूरतमन्दों को मानवीय राहत पहुँचाने के लिए कोशिशें जारी रखी जाएंगी.

परमाणु प्लांट पर जोखिम

इस बीच, रूसी-क़ब्ज़े वाले ज़ैपोरिझझिया परमाणु प्लांट में आपात जनरेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि परमाणु सुरक्षा व बचाव उपायों को जारी रखा जा सके. पिछले सप्ताह यहाँ 10वीं बार बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गए थी.

यूएन परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने बीते सप्ताहांत कहा कि उनके पास कम से कम 10 दिनों के लिए ईंधन है और दोनों पक्षों के साथ सम्पर्क स्थापित किया गया है, ताकि जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति को बहाल किया जा सके.

IAEA ने पिछले सप्ताह परमाणु सुरक्षा के प्रति जोखिमों से आगाह किया था, जब साउथ यूक्रेन परमाणु ऊर्जा प्लांट की परिधि से 800 मीटर दूर एक ड्रोन को गिराया गया और फिर उसमें विस्फोट हो गया था.

बीते बुधवार से गुरूवार तड़के तक ऐसे 22 मानवरहित विमानों को देखा गया, जिनमें से कुछ क़रीब 500 मीटर तक नज़दीक आ गए थे. फ़िलहाल इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है. 

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